DIL SE.......
Kuchh Khayaal..aur kuchh Baaten
Friday, December 18, 2009
एक बार
तेरी गोद में सर रखकर रोने दो
मेरी दर्द की दरिया को बहने दो
ऐ सहेली...जीने के दिन हैं ही दो
तुम एक बार फिर मुस्कुरा दो
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